रविवार को प्रातः बदनावर होगा विहार
बदनावर/ डेस्क
मालव भूषण आचार्य श्री नवरत्न सागरजी के कृपापात्र गच्छाधिपति श्री नरदेवसागरजी की आज्ञानुवर्तिनी साध्वी श्री नम्रवृताजी, श्री मग्नवृताजी, श्री मितवृताजी ठाणा 3 का शनिवार 15 जून को प्रातः कोद से विहार होकर बखतगढ़ के श्री जैन उपाश्रय पौषध शाला भवन में मंगल प्रवेश हुआ। साध्वी वृंद इंदौर से आष्टा, गौतमपुरा, धार, नागदा, कड़ोदकलां, बिडवाल, कोद आदि विभिन्न क्षेत्रों में विचरण एवं धर्म प्रभावना करते हुए बखतगढ़ पधारे। यहां एक दिन धर्म प्रभावना कर रविवार 16 जून को प्रातः बखतगढ़ से बदनावर विहार करेंगे। बदनावर में गणिवर्य श्री पद्मचंद्र सागरजी एवं गणिवर्य श्री आनन्दचंद्र सागरजी आदि साधु साध्वी भगवंत ठाणा 11 के सानिध्य में जैन धर्मशाला में आयोजित विहार सेवक सम्मेलन में आप साध्वी वृंद भी निश्रा प्रदान करेंगे। वहां सम्मेलन के बाद बदनावर से साध्वी वृंद विहार कर राजोद आदि क्षेत्रों में विचरण करते हुए वर्षावास हेतु राजगढ़ पहुंचेंगे।