एक मुद्दा, दो विचार, एक ने दिखाया आइना, दूसरे ने की लिपा पोती, जनता करें फैसला
महेश पाटीदार /चीफ/एडिटर
बदनावर नगर परिषद द्वारा नागेश्वर परिसर में गार्डन का विकास किया जा रहा है वहीं नगर परिषद के खाते में बलवंती सौंद्रईकरण का करोड़ों रुपया बैंक में जमा पड़ा है। बलवंती सौंदर्यीकरण करण के मुद्दे को लेकर दो अलग-अलग अखबारों ने अपनी राय व्यक्त की है । तर्क संग्रह अखबार में बलवंती नदी के मुद्दे को जोरदार तरीके से उठाते हुए
सीएम उमा भारती से लेकर डॉक्टर मोहन यादव तक बलवंती की हालत नहीं सुधर पाए। पिछले 20 साल में बलवंती नदी जीर्णोधार के लिए कई बार राशि आई और कहां गई इसका कोई जवाब नहीं है।
इस बार भी बलवंत की नदी के लिए 16 करोड से अधिक राशि दो अलग-अलग किस्त में नगर परिषद के खाते में जमा हुई किंतु यह राशि लंबे समय से जमा होने के बावजूद भी बलवंति सौंदरीकरण का काम शुरू नहीं हो सका। किंतु नागेश्वर परिसर में गार्डन का निर्माण अवश्य प्रारंभ किया गया है।
गार्डन को लेकर तर्क संग्रह अखबार में प्रकाशित खबर में बताया कि पुराने गार्डन को छोड़कर नया गार्डन बनाना अनूपयोगी हो सकता है ।दोनों अखबारों के विचारों से विरोधाभास की बात सामने आती है एक अखबार तर्क संग्रह ने आईना दिखाने का प्रयास किया वह सही स्थिति सामने लाएं।
नई दुनिया ने अतिक्रमण के चलते बलवंत की नदी बन गई नाल को लेकर खबर प्रकाशित की है। साथ ही नागेश्वर धाम में भव्य उद्यान का निर्माण को भी काफी जगह दी है! दोनों अखबारों की खबर का आकलन हमारे पाठकों को करना है और कौन किस बिंदु पर सही है इसका फैसला आपको करना है। पुराने गार्डन की देखरेख नहीं करना नगर परिषद की लापरवाही की श्रेणी में है। वहीं नए उद्यान का निर्माण करना भी नगर परिषद की जिम्मेदारी में हैहै!