गोचर भूमि पर भुमाफियां का कब्जा, रहवासी इलाके में मवेशियों ने जमाया कब्जा, रहवासियों के लिए पुराने दिन लौटे
चीफ एडिटर /महेश पाटीदार
बदनावर।शासकीय चरणाोई भूमि पर भूमाफियांओं ने कब्जा करने के बाद से ही गौचर भूमि खत्म सी हो गई हैं। गोचर भूमि पर अवैध कब्जा करने के बाद से ही मवेशियों ने रहवासी क्षेत्र एवं नगर की कालोनियों मंे कब्जा कर लिया गया है। नगर की पाश कालोनी, बस स्टेंड, सभामंच, सोमेश्वर चोराहा, मोदी चौराहा सहीत रहवासी क्षेत्र के लोग रोजाना सुबह की शुरुआत गौ मल, मुत्र की सफाई करने के साथ करते देखे गए। नगर परिशद ने अवारा मवेशी पकडों अभियान चलाया गया था। कितु दो दिन बाद ही नगर की गलियों में अवारा पशुओं का जमावडा शुरु हो गया। जिसने नपं के अभियान की पोल खोल दी है। एसडीएम ने बताया कि मवेशी पकड़ने का जो शुल्क रहेगा वह पहली बार में 5 000 दूसरी बार में डबल होकर 10000 एवं तीसरी बार में मवेशी को ही जप्त कर लिया जाएगा
नगर परिशद ने अवारा पशुओं से रहवासियों को छुटकारा दिलाने हेतु पशुओं को पकड कर गौशाला में छोडा गया था। किंतु दो दिन बाद ही शहर की प्रमुख सडकों सहीत कई कालोनियों में बड़ी संख्या मे अवारा पशुओं का जमावडा होने लग गया। सोमेश्वर चौराहा, मोदी चौराहा, बस स्टेंड, सभामंच चौराहा में अवारा मवोशियों को जमावडा होने से मवेशी घर के चबुतरे पर विचरण कर मल ,मुत्र कर गंदगी कर देते है। जिसकी बदबु से परेशानी होती है। इस क्षेत्र के रहवासियों का कहना है कि अवारा मेवशियॉ ने की गई गंदगी की सफाई करने से ही दिन की श्ुारुआत करते है। नगर परिशद को मवेशी पालक के विरुध सख्त कदम उठाना चाहिए।
मवेषियों की गौशाला बनी शिक्षक कालोनी- रहवासी परेशान-
कालोनी के रहवासी शंकरलाल होती, ओमप्रकाश होती, हंसा पाटीदार, एवं शानू चुंडावत का कहना है शिक्षक कोलानी में बडी संख्या में अवारा मवेशी यहां विचरण करते है। तथा बीच सडक पर रहवासियों के घरी के सामने ही मल, मुत्र करते है। घर आंगन में गंदगी कर चले जाते है। रहवासी प्रतिदिन की इस समस्यां से परेशान है। अवारा मवेशी कार एवं बाइक को भी नुकसान पहुॅचाते है। नपं को अवगत कराने के बावजुद इस और ध्यान नहीं दिया गया।
सीएमओ बदनावर संतराम चौहान का कहना है कि अवारा मवेशियों को पकडने का अभियान कल से चलाया जाएाग
एसडीएम दीपक चौहान का कहना है कि मवेशियों को पकड़ने का अभियान नगर परिषद के माध्यम से गुरुवार से प्रारंभ किया जाएगा । मवेशियों को पकड़ कर गौशाला में छोड़ा जाएगा जहां मवेशी पालक के पहुंचने पर बिना शुल्क के मवेशी नहीं छोड़ा जाएगा । यदि मवेशी पालक द्वारा बार-बार इस प्रकार का लापरवाही की जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। एसडीएम ने आगे बताया कि मवेशी पकड़ने का जो शुल्क रहेगा वह पहली बार में 5 000 दूसरी बार में डबल होकर 10000 एवं तीसरी बार में मवेशी को ही जप्त कर लिया जाएगा