कर्मचारियों की मनमानी की भेंट चढ़ी सड़क,
केसुर खरेली मार्ग पर ग्रामीणों ने रुकवाया काम
न्यूज़ डेस्क
ग्रामीणों को एक गांव से दूसरे गांव जाने में असुविधा न हो इसके लिए सरकार उनके सुख सुविधाओं के लिए सड़क मार्ग का निर्माण करवाती है… परंतु धार जिले की बदनावर विधानसभा के ग्राम केसुर खरेली मार्ग जिसको पीडब्ल्यूडी विभाग के अंतर्गत सेंशन किया गया लगभग 6 किलोमीटर का यह मार्ग अधिकारियों की मनमानी की भेंट चढ़ गया….. ग्रामीणों का आरोप है कि अधिकारियों ने मनमानी कर्तव्य सड़क का मार्ग ही बीच रास्ते से परिवर्तित कर दिया जिस मार्ग कों केसुर से खरेली तक बनना था उसको अब आधे रास्ते से खेतों की और मोड दिया ग्रामीणों ने धार कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम आवेदन भी दियाजिसमे बताया गया की केसुर एवं खरेली तक जो रोड पी०डब्ल्यू०डी० कार्यालय द्वारा स्वीकृत किया गया है उसे कैसुर से खरेली तक निर्माण किया जाये ना कि उसकी दिशा परिवर्तन अन्यत्र रोड पर नहीं किया जाय….आवेदन में बताया की केसुर एवं खरेली तक जो रोड पी०डब्ल्यू०डी० कार्यालय द्वारा रोड स्वीकृत किया गया है पूर्व में लेवल का कार्य किया जा चुका है व पी०डब्ल्यू०डी० द्वारा नक्शा रोड की स्वीकृति प्रदान की गई थी जिस पर डामरीकरण होना था और स्वीकृत भी हुआ है जिसकी दुरी लम्बाई 5.9 किलोमीटर के लगभग है लेकिन पी०डब्ल्यू०डी० अधिकारी व कुछ भू-माफीयाओ ने इस रोड को परिवर्तित करके निजी भूमि में से निकालने के लिए अपना फायदा करने की सोच से परिवर्तन किया जिससे प्रशासन व सरकार को अतिरिक्त राशि का वहन करना पड़ेगा पी०डब्ल्यू०डी० द्वारा इस मार्ग को सीधा ना ले जाते हुए केसुर से आरोवा से खरेली ले जाने का प्रयास कर रहे है जिसे पूर्व में स्वीकृत रोड को बदल रहे है। केसुर से खरेली रोड मार्ग की लम्बाई 5 किलोमीटर है लेकिन पी०डब्ल्यू०डी० व कुछ कथित भू-माफीया को लाभ पहुंचाने की नियत से मार्ग को केसुर से आरोदा खरेली कर रहे है जिसकी लम्बाई 7 से साढ़े 7 किलोमीटर हो जावेगी। जिसमें क्षेत्रवासी किसानों को नुकसन होगा व अधिक दुरी का सफर तय करना पड़ेगा। इस रोड के मार्ग में अन्य गाँव खरेली एकतासा रणावदा धानिया रिंगनवास जिनका लिये हास्पिटल एवं स्कुल केसुर है जिनका सम्पर्क भी टुट जावेगा। फिलहाल किसानों के विरोध के बाद सड़क का निर्माण कार्य रुका हुआ है….
ग्रामीणों का बड़ा आरोप है कि पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के द्वारा भी इस सड़क पर जमीन खरीदी गई जिस कारण से भी वह इस रोड को परिवर्तित कर रहे हालांकि जब हमने पीडब्ल्यूडी के अधिकारी जयदेव गौतम से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने बात करने से साफ इनकार कर दिया और यह तक कह दिया कि वह मीडिया को बाइट देने के लिए पाबंद नहीं है आप जबरदस्ती बाइट नहीं ले सकते वही मीडिया को भी उन्होंने खरी खोटी सुना दी यह बात ख़ुफ़िया कमरे में कैद हो गईगई!