गरीब के झोपडे पर रसुकदार की नजर, पूर्व सीएम के पत्र से प्रशासनिक अमले में मची खलबली
पंचायत गरीब का झोपडा तोड कर रसुकदार को सौपंगी
बदनावर। ग्राम पंचायत माकनी में पट्टे की भूमि पर बने घर को तोडने का मामला राज्यसभा सांसद दिग्विजयसिंह तक पहुॅच गया। पीडित पक्ष निर्भयसिंह बागरी ने सरपंच व सचिव द्वारा पक्षपात कर मकान तोडे जाने के बारे में विस्तृत जानकारी पूर्व सीएम को देने पर उन्होने कलेक्टर धार को इस संबंध में पत्र जारी पद का दुरुपयोग कर झुठा प्रकरण दर्ज कराने वालों के विरुध कार्यवाही किए जाने पत्र लिखा गया।
कलेक्टर को लिखे पत्र में पूर्व सीएम दिग्विजयसिंह ने बताया कि निर्भयसिंह पिता दयाराम बागरी एवं अन्य ग्रामीण ग्राम माकनी का आवेदन मुलत सलग्न है। आवेदकगणों ने ग्राम पंचायत माकनी सरपंच महेश मेहरा, सचिव राजेन्द्रसिंह राजौरिया, एवं अन्य लोगों द्वारा उनके पट्टे की भूमि पर बनी दीवार तौडने, अभ्रद व्यवहार करने तथा शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न करने का झुठा प्रकरण दर्ज करवानी की शिकायत की है। आवदेकगणों ने बलपूर्वक नियमों के विपरीत दीवार तोडने, अभ्रद व्यवहार करने तथा पद का दुरुपयोग कर झुठा प्रकरण दर्ज करवाने वालों के विरुध कार्यवाही किए जाने का निवेदन किया गया है।
पत्र में बताया कि आवेदक कई साल पहले राजस्व विभाग ने उनके गांव के आवासहीन परिवारों को घर बनाने 30 बाय 30 वर्गफीट के पट्टे दिये थे। जिसमें एक पट्टा निर्भयसिंह दयाराम बागरी के नाम से भी था। पट्टे की इस जमीन पर निर्भयसिंह लोधा कब्जा करके राजू पिता राधेश्याम को बेचना चाह रहा है। धार कलेक्टर सलग्न शिकायत की वरिश्ठ राजस्व अधिकारी से जांच कराते हुए नियमानुसार निर्भयसिंह बागरी का कब्जा बरकरार रखा जाये। और पुलिस प्रकरण दर्ज कराने वाले, झगाडा करने और डराने धमकाने वाले तत्वों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाये।
यह पत्र मिलने के बाद से ही पद का दुरुपयोग करने वाले पंचायत पदाधिकारियों के चेहरे का रंग उड गया है। पुलिस भी आगे कार्यवाही करने में संकोचित है। अब देखना है कि गरीब का घर बचा रहता है। या रसुकदार को कब्जा मिलेगा। यह तो आने वाला समय ही बताएगा।