32 साल बाद इतने बड़े पैमाने में वापस आया गोल्ड
RBI ने ब्रिटेन से 100 टन सोना वापस मंगाया
मार्च 2024 के अंत तक आरबीआई के पास कुल 822.1 टन सोना, विदेश में 413.8 टन जमा
नई दिल्ली, डेस्क
बैंक ऑफ इंडिया ने ब्रिटेन से अपना
100 टन (करीब 1 लाख किलो)
सोना वापस मंगा लिया है। यह 1991की शुरुआत के बाद पहली बार है,
जब इतना अधिक सोना भारत के भंडार में वापस आया है। लेटेस्ट डेटा लता के अनुसार, मार्च 2024 के अंत तक आरबीआई के पास कुल 822.1 टन सोना था, खान जिसमें से 413.8 टन विदेशों में जमा था। आरबीआई पिछले कुछ सालों में सोना बजे खरीदने वाले केंद्रीय बैंकों में से एक है। पिछले वित्त वर्ष में रिजर्व बैंक के सोने के को भडार में 27.5 टन सोना बढ़ा है। 100 टन सोने को भारत लाने के लिए महीनों की प्लानिंग की गई और फिर पूरे प्लान को एग्जीक्यूट किया गया।
प्लानिंग और एग्जीक्यूशन में वित्त मंत्रालय, आरबीआई और सरकार की अन्य विंग के साथ लोकल अथॉरटीज शामिल रहीं। आरबीआई को सोना भारत में लाने के लिए सीमा शुल्क में छूट मिली। लेकिन आयात पर लगने वाले इंटीग्रेटेड जीएसटी में कोई छूट नहीं दी गई। ऐसा इसलिए क्योंकि इस टैक्स को राज्यों के साथ शेयर किया जाता है। गोल्ड लाने के लिए एक स्पेशल एयरक्राफ्ट का इस्तेमाल किया गया।
आरबीआई भारत के साथ विदेश में भी रखता है सोना
आरबीआई केवल भारत में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी सोना रखता है। सभी देशों के केंद्रीय बैंक सोने को अलग-अलग जगहों पर रखना चाहते हैं, ताकि जोखिम कम हो सकें। सबसे पहले तो सोने की सेफ्टी को ध्यान में रखा जाता है। अगर भारत में आपदा या राजनीतिक अस्थिरता से आर्थिक स्थिति खराब होती है तो इससे उबरने में विदेशों में रखा सोना काम आता है। प्राकृतिक आपदाओं से भी सोने के भंडार को नुकसान पहुंच सकता है। अलग-अलग जगह सोना रखने से यह जोखिम कम होता है।
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महेश पाटीदार, पत्रकार बदनावर
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